पत्ता बोला वृक्ष से… , सुनो वृक्ष बनराय |
अब के बिछड़े न मिले… , दूर पड़ेंगे जाय ||
पान बोलले झाडाला बा, ऐक सांगते तूज
दूर चालले सोडून आता पुन्हा न कधि हितगूज
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